अनंत चतुर्दशी पूजन विधि - (Anant Chaturdashi Worship Method) Page 5/10
अर्घ्य दें
जल पात्र से जल लेकर भगवान का अभिषेक करें
अनन्तानन्त देवेश अनन्तफल्दायक ।
अनन्तानन्तरूपोऽसि गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तु ते॥
आचमन (जल) दें –
जल पात्र से जल लेकर हाथ धुलने के लिये जल समर्पित करें
गंगोदकं समानीतं सुवर्णकलशे स्थितम्।
आचम्यतां हृषीकेश प्रसीद पुरुषोत्तम ॥
स्नान करावे –
जल पात्र से जल लेकर स्नान के लिये जल समर्पित करें –
अनन्तगुणरूपाय विश्वरूपधराय च ।
नमो महात्मदेवाय अनन्ताय नमो नम:॥
स्नान विधि –
दुग्ध ,दधि, घृत , मधु,शर्करा से बारी बारी से भगवान को पञ्चामृत स्नान करायें और अंत में शुद्ध जल से स्नान करायें ।
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वस्त्रम्
भगवान को मंत्र के साथ वस्त्र समर्पित करें :-
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उपवस्त्रम् :-
भगवान को मंत्र के साथ उपवस्त्र/मौली समर्पित करें –
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यज्ञोपवीत
भगवान को मंत्र के साथ यज्ञोपवीत समर्पित करें –
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