अनंत चतुर्दशी पूजन विधि - (Anant Chaturdashi Worship Method) Page 4/10
प्राणप्रतिष्ठा :-
भगवान श्री अनन्तदेव की मूर्ति अथवा तस्वीर व चौदह गाँठों वाले धागे की प्राण प्रतिष्ठा करें।
हाथ में अक्षत लेकर दोनों हाथ जोड़े तथा मंत्र उच्चारित करें :-

अक्षत को मूर्ति और अनंत पर छोड़ दें ।
ध्यान मंत्र :-
हाथ में पुष्प लेकर भगवान का ध्यान करें ।

पुष्प भगवान को समर्पित करें
प्रधानदेवता पूजन
दोनों हाथ जोड़कर भगवान श्री हरि का ध्यान करें

आवाहन करे
दोनों हाथ जोड़कर भगवान श्री हरि का आवाहन करें :-

आसन दे :-
कोई वस्त्र अथवा मौली हाथ में लेकर भगवान श्री हरि को आसन दें –

पाद्य–
जल पात्र से जल लेकर पाद्य धुलने के लिये जल समर्पित करें –
