बृहस्पतिवार व्रत उद्यापन विधि Page 2/10

आचमन् :-

मन , वचन और अन्त:करण की शुद्धि के लिये तीन बार आचमन करें|
चम्मच से तीन बार एक- एक बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और मंत्र का उच्चारण किजिये -


ॐ केशवाय नमः
ॐ नारायणाय नमः
ॐ वासुदेवाय नमः

फिर ॐ हृषिकेशाय नमः कहते हुए हाथों को खोलें और अंगूठे के मूल से होंठों को पोंछकर हाथों को धो

संकल्प :-

अब संकल्प करें। संकल्प के लिये दायें हाथ में गंगाजल (गंगाजल न हो तो शुद्ध जल में तुलसी पत्र डाल दें ), फूल, अक्षत, कुछ सिक्के आदि लेकर निम्न मंत्र के द्वारा संकल्प करें ।

vishnu bhagawaan vrat udyapan

उक्त संकल्प के बाद जल को भूमि पर छोड़ दें।

Aachamanam :-

Do aachaman three times for the purification of mind, voice and inward.
Take a drop of water in mouth three times and chant following mantra:-

Om Keshavaay Namah
Om Naaraayanaay Namah
Om Vasudevaay Namah

After thant chant “Om Hrishikeshaay Namah” and wipe lips with right hand thumb .Wash hand .

Sankalp(Vow) :-

Take ganga jal (if ganga jal is not available then mix some tulasi leaves in water) ,flower and some coins in right hand. Do the sankalp or vow by chanting following mantra:-
Om Vishnave Namah , Om Vishnave Namah Om Vishnave Namah …:, ...... I ( pronounce your name, title and caste ), doing Thursday fast udyapan for the completion of my desire or work , (say whatever your desire), on .. date … day ,…. Month, .. year .( pronounce the day name , month name and year ) at …. House no.,………city,…….. country. Offer all items in front of Shri Vishnu idol.