अधिक मास / पद्मिनी एकादशी व्रत | Adhik Maas / Padmini Ekadashi Vrat
अधिक(लौंद) /मल मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पद्मिनी एकादशी कहलाती हैं। इस व्रत को करने से सभी पापों का नाश होता है और मुक्ति की प्राप्ति होती है। पद्मिनी एकादशी का व्रत करने वाले मनुष्य को समस्त तीर्थ और यज्ञों का फल मिल जाता है। जो मनुष्य विधि पूर्वक भगवान की पूजा तथा व्रत करते हैं, उनका जन्म सफल होता है और इस लोक में अनेक सुखों को भोगकर अन्त में परमधाम को जाते हैं ।
अधिक मास / पद्मिनी एकादशी व्रत पूजा सामग्री
विष्णु भगवान की मूर्ति
घड़ा
पात्र (चाँदी/ताँबा/ स्वर्ण)
लाल वस्त्र
धूप
दीप
चंदन
नैवेद्य
चौकी या पटरा
पुष्प
केशर
नारियल
बिल्वफल
सीताफल
सुपारी
नारंगी