आस माता / आसामाई की पूजा विधि एवं कथा (Aas Mata / Aas Mai ki Puja Vidhi and Katha
जब तक हमारे जीवन में आशा है तब तक हमारी सभी इच्छायें पूरी होती है। आसामाई की प्रसन्नता से हमारे सभी काम पूरे होते हैं। अत: हमें हमेशा आसामाई को प्रसन्न रखना चाहिये एवं उनका साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिये। यह व्रत स्त्रियों के लिये हैं। इस व्रत को करने वाली महिलायें गोटियों वाला मंगलसूत्र पहनकर आसा माता को भोग लगाती है तथा वही भोग अन्य महिलाओं को देती है।
आस माता / आसामाई की पूजा सामग्री:-
∗ पान का पत्ता
∗ गोपी चंदन (लाल)
∗ लकड़ी का पटरा या चौकी
∗ चार कौड़ी
∗ आसामाई की तस्वीर
∗ कलश (मिट्टी)
∗ रोली
∗ अक्षत
∗ धूप
∗ दीप
∗ घी
∗ गेहूँ की बाली
∗ नैवेद्य( हलवा- पूड़ी)
∗ सूखा आटा