रविवार व्रत कथा-बुढ़िया माँ की कहानी
पड़ोसन ने कुछ सोचकर अपनी गाय को घर के भीतर बांध दिया। रविवार को गोबर न मिलने से बुढ़िया अपना आंगन नहीं लीप सकी। आंगन न लीप पाने के कारण उस बुढ़िया ने सूर्य भगवान को भोग नहीं लगाया और उस दिन स्वयं भी भोजन नहीं किया। सूर्यास्त होने पर बुढ़िया भूखी-प्यासी सो गई। इस प्रकार उसने निराहर व्रत किया।
रात्रि में सूर्य भगवान ने उसे स्वप्न में दर्शन दिए और व्रत न करने तथा उन्हें भोग न लगाने का कारण पूछा। बुढ़िया ने बहुत ही करुण स्वर में पड़ोसन के द्वारा घर के अन्दर गाय बांधने और गोबर न मिल पाने की बात कही।
Story of Sunday fastा-Story of old mother
Her neighbor has some thought, so she tied her cow indoors. the old lady could not smear her courtyard due to non-availability of cow dung on Sunday. The old lady did not offer bhog to the sun god and did not eat herself that day due to not being able to smear the courtyard. The old lady fell asleep hungry and thirsty after sunset. In this way, she did the fast without food.
The Sun God appeared in a dream to that old lady in the night and asked her the reason for not keep fast and not offer bhog to him. The old lady spoke in a very compassionate voice about the tying of neighbor’s cows inside the house and not getting cow dung.