रविवार व्रत कथा-श्रीकृष्ण-पुत्र शाम्ब का कुष्ठ निवारण
द्वारकापुरी से चलते समय मुनि की भेंट नारद जी से हो गयी।उन्होंने सारा वृतांत बताकर नारद जी को श्रीकृष्णजी के पास इसकी सूचना देने के लिए भेजा।
भगवान् श्रीकृष्ण को नमहर्षि के मिलने पर श्रीकृष्णजी ने उनसे शाप-मुक्ति का उपाय पूछा, तब महर्षि ने कहा कि शाम्ब के लिए रविवार का व्रत ही एकमात्र कल्याणकारी उपाय है। भगवान श्रीकृष्णजी को उस व्रत का विधान बतलाकर महर्षि दुर्वासा वहाँ से चले गये। ऋषि के आदेशानुसार व्रत करके श्रीकृष्ण-पुत्र शाम्ब कुष्ठ रोग से रहित हो गये। जो लोग इस व्रत को विधिवत् करते हैं, उनके सम्पूर्ण रोगों का निवारण होता है।
Story of Sunday fastा-Prevention of Shri Krishna-son's Shamb's leprosy
Muni met Narad ji While walking from Dwarkapuri. He sent Narada to inform Sri Krishna) about all the incidents. When Lord Krishna received such information from Narad ji, he went out in search of Maharishi.
Shri Krishna meet with the Maharishi and asked the remedy of cursing.then the Maharishi said that Sunday fast is the only welfare measure for Shamb. Maharishi Durvasa went away from there by telling the fast method to God Shri Krishna ji. According to the order of the sage, God Krishna's son Shamb became free from leprosy by observing the fast. Those who do this fast properly, their complete diseases are prevented.