ऋषि पंचमी उद्यापन विधि | Rishi Panchami Udyapan Vidhi

धूप:-

धूप जलाकर , निम्न मंत्र के उच्चारण द्वारा सप्तऋषियों को धूप अर्पित करें:-
वनस्पति रसोद्भूतो गंधाढ्यं: सुमनोहर:।
आघ्रेय: सर्व देवानां धूपोऽयं प्रतिगृह्यताम्॥

दीप:-

घी का दीपक जलाकर निम्न मंत्र के उच्चारण द्वारा सप्तऋषियों को दीपक दिखायें:-
साज्यंवर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया।
दीपं गृहाण देवेश सर्वत्र तिमिरापहम्।

नैवेद्य:-

किसी पात्र में नैवेद्य लेकर निम्न मंत्र के उच्चारण द्वारा सप्तऋषियों को अर्पित करें:-
नानापक्वान सन्युक्तं रसै: षड्भि: समन्वितम्।
गृहाणन्तु ऋषय: सर्वे मया नैवेद्यम् अर्चितम्।

नैवेद्य के बाद हाथ धोने के लिये चम्मच से जल अर्पित करें-

नैवेद्यान्ते जलम्।उत्तरापोशनम् हस्तप्रक्षालनम्।

तत्पश्चात चंदन अर्पित करें:-

करोद्वर्तनार्थे चंदनम्॥