अनंत चतुर्दशी पूजन विधि - (Anant Chaturdashi Worship Method) Page 2/10
गौरी-गणेश पूजन
अब अक्षत, पुष्प एवं रोली लेकर गौरी-गणेश का पूजन ध्यान करें
अक्षत, पुष्प, रोली गौरी - गणेश पर चढ़ायें ।
कलश पूजन
कलश में शुद्ध जल भर लें और उसमें थोड़ा गंगाजल मिला लें। भूमि पर चावल अथवा रोली से अष्टदल निर्मित करें और उस पर कलश की स्थापना करें। अब अक्षत, पुष्प लेकर निम्न मंत्रो द्वरा कलश का ध्यान करें।
कलश पर पुष्प एवं अक्षत छोड़ें।
शंख पूजन
निम्न मंत्रो से शंख का पूजन करते हुए उस पर पुष्प एवं अक्षत छोड़ें।
यमुना जी का ध्यान
अब दोनों हाथ जोड़कर निम्न मंत्रो से यमुना जी का ध्यान करें :-
अंग पूजन :-
हाथ में अक्षत लेकर थोड़-थोड़ा अक्षत कलश पर छोड़ते हुए निम्न मन्त्र उच्चारित करें –
नाम मंत्र पूजन :-
हाथ में अक्षत तथा पुष्प लेकर एक –एक मंत्र पढ़ते हुए थोड़ा- थोड़ा अक्षत और पुष्प कलश पर चढ़ायें।