सोलह सोमवार व्रत उद्यापन विधि:-(Solah Somvar Udyapan Vidhi) Page 1/7

सोलह सोमवार व्रत का उद्यापन सत्रहवें सोमवार को किया जाता है। इस व्रत में जिस सोमवार से आप व्रत शुरु करते हैं उस सोमवार को मिलाकर सोलह सोमवार व्रत करें। उसके बाद सत्रहवें सोमवार को उद्यापन किया जाता है।यदि किसी शिव मंदिर में जा सकें तो अति उत्तम अन्यथा अपने घर पर हीं पूजा गृह में विधि पूर्वक उद्यापन कर लें।

सोलह सोमवार व्रत उद्यापन के लिये पूजा सामग्री:-

∗ शिव जी की मूर्ति
∗ अक्षत – २५० ग्राम
∗ पान (डंडी सहित)- २
∗ बेल पत्र (तीन पत्तियों वाला)
∗ सुपारी- २
∗ ऋतुफल
∗ यज्ञोपवीत -१ जोड़ा (हल्दी से रंगा हुआ)
∗ रोली- १पैकेट
∗ मौली- १
∗ धूप- १पैकेट
∗ कपूर-१पैकेट
∗ रूई- बत्ती के लिये
∗ पंचामृत (गाय का कच्चा दूध, दही,घी,शहद एवं शर्करा मिला हुआ)- ५० ग्राम
∗ छोटी इलायची- ५ ग्राम
∗ लौंग- ५ ग्राम
∗ पुष्पमाला-१
∗ चंदन- १० ग्राम (सफेद)
∗ कुंकुम
∗ गंगाजल
∗ आचमनी
∗ वस्त्र – १.२५ मीटर (२ सफेद )
∗ पंचपात्र
∗ पुष्प
∗ लोटा
∗ नैवेद्य( २५० ग्राम आटे की बाटी बनाकर ,उसमें घी तथा गुड़ मिलाकर चूरमा नैवेद्य बना लें)
∗ आरती के लिये थाली
∗ मिट्टी का दीपक-२
∗ घी
∗ आसन- १
∗ खुल्ले रुपये
∗ चौकी या लकड़ी का पटरा

सोलह सोमवार व्रत उद्यापन पूजन विधि:- (Solah Somvar Vrat Udyapan puja method)

प्रात:काल उठकर नित्य कर्म से निवृत हो स्नान कर लें। शुद्ध हो स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा गृह को पवित्र कर लें। सभी सामग्री के साथ पूर्व की ओर मुख करके आसन पर बैठ जायें।
चौकी या लकड़ी के पटरे पर सफेद वस्त्र बिछाकर शिव जी के विग्रह को स्थापित करें।
सबसे पहले अपने आप को शुद्ध करन के लिये पवित्रीकरण करें।

सबसे पहले अपने आप को शुद्ध करने के लिये पवित्रीकरण करें।
पवित्रीकरण
हाथ में जल लेकर मंत्र –उच्चारण के साथ अपने ऊपर जल छिड़कें:-
ॐ पवित्रः अपवित्रो वा सर्वावस्थांगतोऽपिवा।
यः स्मरेत्‌ पुण्डरीकाक्षं स वाह्यभ्यन्तर शुचिः॥

इसके पश्चात् पूजा कि सामग्री और आसन को भी जल मंत्र उच्चारण के साथ जल छिड़क कर मंत्र शुद्ध कर लें:-
पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठः ग षिः सुतलं छन्दः कूर्मोदेवता आसने विनियोगः॥