आचमन:-
अब आचमन करें
पुष्प से एक –एक करके तीन बूंद पानी अपने मुंह में छोड़िए और बोलिए-
ॐ केशवाय नमः
ॐ नारायणाय नमः
ॐ वासुदेवाय नमः
फिर ॐ हृषिकेशाय नमः कहते हुए हाथों को खोलें और अंगूठे के मूल से होंठों को पोंछकर हाथों को धो लें।
गणेश पूजन:-
इसके बाद सबसे पहले गणेश जी का पूजन पंचोपचार (धूप, दीप, पूष्प, गंध, एवं नैवेद्य) विधि से करें। चौकी के पास हीं किसी पात्र में गणेश जी के विग्रह को रखकर पूजन करें। यदि गणेश जी की मूर्ति उपलब्ध न हो तो सुपारी पर मौली लपेट कर गणेश जी बनायें।
ध्यान :-
दोनों हाथ जोड़कर भगवान नृसिंह का ध्यान करें:-
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आवाहन:-
हाथ में पुष्प लेकर भगवान नृसिंह का आवाहन करें :-
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आसन: -
हाथ में मौली लेकर निम्न मंत्र के साथ आसन के रूप में समर्पित करें:-
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