इन्दिरा एकादशी व्रत विधि एवं कथा - indira Ekadashi Vrat Vidhi and Katha in Hindi
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी ‘ इन्दिरा’ के नाम से जानी जाती हैं। यह एकादशी पितरों को सद्गति देनेवाली है।
इन्दिरा एकादशी व्रत महात्म्य:- (Importance of indira Ekadashi)
इस एकादशी व्रत के प्रभाव से बड़े-बड़े पापों का नाश हो जाता है। नीच योनि में पड़े हुए पितरों को भी यह एकादशी सद्गति देनेवाली है। यह पितरों को मोक्ष प्रदान करनेवाली है। इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य अपने परिजनों के साथ सभी सुख भोगकर स्वर्ग को प्राप्त करता है।
इन्दिरा एकादशी व्रत पूजन सामग्री:- (Puja Saamagree for indira Ekadashi Vrat)
∗ श्री विष्णु जी की मूर्ति
∗ शालिग्राम की मूर्ति
∗ वस्त्र
∗ पुष्प
∗ पुष्पमाला
∗ नारियल
∗ सुपारी
∗ अन्य ऋतुफल
∗ धूप
∗ दीप
∗ घी
∗ पंचामृत (दूध(कच्चा दूध),दही,घी,शहद और शक्कर का मिश्रण)
∗ अक्षत
∗ तुलसी दल
∗ चंदन
∗ मिष्ठान