बन्दर और लकड़ी का खूंटा (खीला खींचने( लकड़ी का खूंटा) वाले बन्दर की कथा)
पंचतंत्र कहानियाँ
पंचतंत्र संस्कृत साहित्य की अनमोल रचना है। पंचतंत्र के रचनाकार पं. विष्णु शर्मा हैं। उन्होंने यह रचना अपने तीन मूर्ख शिष्यों को शिक्षित करने के लिये की थी। अपने शिष्यों को पशु, पक्षियों, जानवरों इत्यादि की कहानी सुनाकर हर प्रकार की शिक्षा प्रदान की।
पंचतंत्र पाँच भागो में उल्लेखित है:-
1. पहला तंत्र - मित्रभेद (मित्रों में भेद/अलगाव) ⇒.
2. दूसरा तंत्र -मित्रसंप्राप्ति (मित्र प्राप्ति और उससे लाभ) ⇒.
3. तीसरा तंत्र-काकोलुकीयम् (कौवे एवं उल्लुओं की कथा) ⇒.
4. चौथा तंत्र-लब्धप्रणाश (हाथ लगी चीज का हाथ से निकल जाना) ⇒.